Friday 7 October 2011

यूँ ही

सितारे झिलमिलाये मुस्कुराने से
जुगनुओं को प्यास है लगी जमाने से 

कह दो चाँद से जरा संभल के चले
चांदनी न छीन ले कोई बहाने से 

 

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