Friday 21 February 2014

तू साजन मेरा सांवरिया..मीरा तेरी दीवानी है

(PHOTO CREDIT-monika-sharma / fineartamerica.com )
तू न जाने तू न माने .. मेरी तुझसे जुडी जिंदगानी है
तेरे अंग से अंग लगूँ न, तब तक ये अधूरी जवानी है

तू प्यासा भंवरा हरजाई .... काहे तुझसे आँख लड़ाई
दिन गुजरा बिरहा में तेरी अब रातें तेरी महकानी हैं

बहती हवा तू हाथ न आये आँचल छेड़े जुल्फ उड़ाये
तू साजन मेरा सांवरिया..मीरा तेरी दीवानी है

रे मलंग मोहे अंग बसा ले .. मेरे आँगन धुनी रमा ले
मैं तेरी जोगन बन जाऊं ,, अब तुझसे प्रीत निभानी है

No comments:

Post a Comment